आप अपने ब्लड ग्रुप के बारे में ये 5 बातें भी ज़रूर जानें:-
ब्लड ग्रुप के प्रमुख जैनेटिक फैक्टर भी होते हैं : शोध।
रोगों के प्रति संवेदनशीलता से होता है ब्लड ग्रुप का संबंध।
इसमें तनाव के प्रति भी अलग तरह से प्रतिक्रिया होती है।
सभी का गट बैक्टीरिया भी ब्लड ग्रुप से संबंधित होता है।
क्या आपको भी लगता है कि अपने ब्लड ग्रुप के बारे में जानना केवल रक्त चाढ़ाते समय ही जरूर होता है? यदी हां तो इस बारे में एक बार और सोचने की जरूरत है। अनुसंधान अपके ब्लड ग्रुप के प्रमुख आनुवंशिक कारक (की जैनेटिक फैक्टर) होने की ओर इशारा करते हैं, जो कि स्वास्थ्य और सेहत को प्रभावित करता है। अपने पूरे जीवनकाल में आपने शायद यह देखा होगा कि कई लोगों आसानी से अपना वज़न कम कर पाते हैं, वहीं कुछ इसके लिए जद्दोजहत करते ही रहते हैं। आप कई बार आश्चर्यचकित होते होंगे कि क्यों कुछ लोग क्रोनिक बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं, और कुछ दूसरे जीवन में स्वस्थ और अच्छी तरह से रहते हैं। दरअसल इसका जवाब अपके ब्लड ग्रुप में छुपा है।
अपके शरीर की भोजन के प्रति प्रतिक्रिया, रोगों के प्रति आपकी संवेदनशीलता, तनाव के प्रति आपकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया व ऐसी ही अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए अपने ब्लड ग्रुप को जानना बेहद महत्वपूर्ण होता है। रक्त की एक मात्र बूंद में अपनी अंगुली की छाप (फिंगर प्रिंट) की तरह ही के रूप यूनीक जैव रासायनिक मिश्रण होता है।
नीचे हम अपके ब्लड ग्रुप के बारे में ऐसे ही पांच तथ्यों के बारे में बता रहे हैं जो आपके जीवन को बदल सकते हैं:
ब्लड ग्रुप के प्रमुख जैनेटिक फैक्टर भी होते हैं : शोध।
रोगों के प्रति संवेदनशीलता से होता है ब्लड ग्रुप का संबंध।
इसमें तनाव के प्रति भी अलग तरह से प्रतिक्रिया होती है।
सभी का गट बैक्टीरिया भी ब्लड ग्रुप से संबंधित होता है।
क्या आपको भी लगता है कि अपने ब्लड ग्रुप के बारे में जानना केवल रक्त चाढ़ाते समय ही जरूर होता है? यदी हां तो इस बारे में एक बार और सोचने की जरूरत है। अनुसंधान अपके ब्लड ग्रुप के प्रमुख आनुवंशिक कारक (की जैनेटिक फैक्टर) होने की ओर इशारा करते हैं, जो कि स्वास्थ्य और सेहत को प्रभावित करता है। अपने पूरे जीवनकाल में आपने शायद यह देखा होगा कि कई लोगों आसानी से अपना वज़न कम कर पाते हैं, वहीं कुछ इसके लिए जद्दोजहत करते ही रहते हैं। आप कई बार आश्चर्यचकित होते होंगे कि क्यों कुछ लोग क्रोनिक बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं, और कुछ दूसरे जीवन में स्वस्थ और अच्छी तरह से रहते हैं। दरअसल इसका जवाब अपके ब्लड ग्रुप में छुपा है।
अपके शरीर की भोजन के प्रति प्रतिक्रिया, रोगों के प्रति आपकी संवेदनशीलता, तनाव के प्रति आपकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया व ऐसी ही अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए अपने ब्लड ग्रुप को जानना बेहद महत्वपूर्ण होता है। रक्त की एक मात्र बूंद में अपनी अंगुली की छाप (फिंगर प्रिंट) की तरह ही के रूप यूनीक जैव रासायनिक मिश्रण होता है।
नीचे हम अपके ब्लड ग्रुप के बारे में ऐसे ही पांच तथ्यों के बारे में बता रहे हैं जो आपके जीवन को बदल सकते हैं:
आपका ब्लड ग्रुप कुछ बीमारियों के प्रति आपकी अतिसंवेदनशीलता के बारे में बता सकता हैं
शोध में पाया गया कि कुछ ब्लड ग्रुप के व्यक्तियों में कुछ विशेष बीमारियों का उच्च जोखिम हो सकता है। अध्ययन ने पाया गया कि 'ओ' ब्लड ग्रुप वाले लोगों में हृदय रोग का जोखिम कम होता है। लेकिन इन लोगों में पेट के अल्सर के विकास का उच्च जोखिम होता है। ए टाइप ब्लड ग्रुप वाले लोगों में सूक्ष्म संक्रमण का उच्च जोखिम होता है, लेकिन इस ब्लड ग्रुप वाली महिलाओं में प्रजनन क्षमता अच्छी होती है। एक अन्य शोध में पाया गया कि टाइप 'एबी' और 'ए' वाले लोगों में अग्नाशय के कैंसर के विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
भिन्न बल्ड ग्रुप वाले लोगों में तनाव के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया होती है
'ए' टाइप ब्लड ग्रुप वाले लोगों के शरीर में स्वाभाविक रूप से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का उच्च स्तर होता है। और तनावपूर्ण स्थितियों की प्रतिक्रिया में ये इसका और अधिक उत्पादन करते हैं। वहीं दूसरी ओर, 'ओ' टाइप ब्लड ग्रुप वाले लोग में तनाव के प्रति उत्तेजित प्रतिक्रिया होती है जिस कारण उनमें एड्रेनालाईन का अधिक उत्पादन होता है। और 'ओ' टाइप ब्लड ग्रुप वाले लोगों को तनाव से निकलने में अधिक समय लगता है, क्योंकि उन्हें अपने शरीर से एड्रेनालाईन को निकालने में अधिक कठिनाई होती है।
अपके ब्लड ग्रुप एंटीजन सिर्फ आपके खून में नहीं हैं!
ये एंटीजन आपके शरीर में हर जगह हैं, विशेषकर पर्यावरण के साथ संपर्क में आने वाली सतहों में। ये अपने पाचन तंत्र में भी होते हैं, अपके मुंह से अपकी बड़ी आंत के साथ-साथ अपकी नासिका मार्ग और फेफड़ों में भी। इन ब्लड ग्रुप एंटीजन के हर जगह होने की वजह से जो भोजन आप खाते हो ये उसे कई तरीके से उसकी प्रतिक्रिया को प्रभावित करते हैं। अदाहरण के लिए - कुछ खाद्य पदार्थों में मौजूद लैक्टीन्स अपके ब्लड ग्रुप एंटीजन को बांधे रखता है, जिसके कारण थकान, सिर दर्द, पाचन समस्याएं, त्वचा की समस्याएं व ऐसी ही कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं।
गट बैक्टीरिया, ब्लड ग्रुप से संबंधित होता है
अलग-अलग ब्लड ग्रुप वाले लोगों में अलग-अलग गट बैक्टीरिया होते हैं। वास्तव में तो कुछ बैक्टीरिया में एक से दूसरे टाइप के ब्लड ग्रुप में होने की 50,000 से अधिक संभावना होती है। ये हमारे पूर्वजों से शुरू हुआ है जो लगातार एक के बाद दूसरे भोजन को खाना शुरू कर देते थे।
सभी चीजों के लिए एक ही दृष्टिकोण, पोषण के लिए काम नहीं करता है
खाने की आदत बदलती रहती है, लेकिन एक बात साफ है कि हर किसी को एक ही तरह के पोषण की जरूरत नहीं होती। सबकी पोषण की जरूरतें भिन्न-भिन्न होती हैं। हम में से कई लोग शाकाहारी होते हैं और कुछ मांसाहारी। लेकिन शोध बताते हैं कि अपकी पोषण संबंधी जरूरतों को अपके ब्लड ग्रुप द्वारा निर्धारित किया जा सकता है।
आप अब जान ही चुके हैं कि आपके बल्ड ग्रुप का महत्व बल्ड की जरूरत की समय से कहीं ज्यादा है। अपका ब्लड ग्रुप एक आनुवंशिक कारक है, जोकि मानव शरीर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाता है।
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