डिसपोसिबल गिलास
गिलास में चाय डालने से पहले गिलास में रगड़कर उगंली घुमाये आम पायेंगे की आपकी उगंली हल्की सी चिकनी हो गई है यह क्या है- गिलास आपस में चिपके नहीं इसलिये मशीन द्वारा इनमें हल्की सी मोम की परत लगा दी जाती है- जब हम इसमें गर्मागर्म चाय डालते है तो यह जहरीला मोम पिघल कर चाय में मिलकर हमारे अन्दर चला जाता है- चाय गर्म होने के कारण इसके स्वाद का हमें पता नहीं लगता- अगर आप सिद्ध करना चाहते है कि ऐसा है या नहीं बड़ा आसान हैं- गर्म चाय डिस्पोजल गिलास में डाले और उस चाय को पानी तरह ठण्डा होने दे फिर ठण्डी चाय की घुट भरे- यकीन मानिये सार दिन आपके मूहं का स्वाद कोई ठीक नहीं कर सकता- कहते है यह कैमीकल्स पी कर हम कैन्सर को न्यौता दे रहे है…
मेहरबानी कर प्लास्टिक गिलास
मे चाय ना पिए…
गिलास में चाय डालने से पहले गिलास में रगड़कर उगंली घुमाये आम पायेंगे की आपकी उगंली हल्की सी चिकनी हो गई है यह क्या है- गिलास आपस में चिपके नहीं इसलिये मशीन द्वारा इनमें हल्की सी मोम की परत लगा दी जाती है- जब हम इसमें गर्मागर्म चाय डालते है तो यह जहरीला मोम पिघल कर चाय में मिलकर हमारे अन्दर चला जाता है- चाय गर्म होने के कारण इसके स्वाद का हमें पता नहीं लगता- अगर आप सिद्ध करना चाहते है कि ऐसा है या नहीं बड़ा आसान हैं- गर्म चाय डिस्पोजल गिलास में डाले और उस चाय को पानी तरह ठण्डा होने दे फिर ठण्डी चाय की घुट भरे- यकीन मानिये सार दिन आपके मूहं का स्वाद कोई ठीक नहीं कर सकता- कहते है यह कैमीकल्स पी कर हम कैन्सर को न्यौता दे रहे है…
मेहरबानी कर प्लास्टिक गिलास
मे चाय ना पिए…
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